गले में नागो की माला जट्टो में गंगा जी की धारा महादेवा |
भोले कैसे करूं मैं तेरी सेवा, शम्भू कैसे करूं मैं तेरी सेवा, |
दिल करता है जल मैं चडाऊ, जल लेने को नदियों में जाऊ |
नदिया देने को तेयार मछली करती है इनकार महादेवा |
भोले कैसे करूं मैं तेरी सेवा, शम्भू कैसे करूं मैं तेरी सेवा, |
दिल करता है दूध मैं चडाऊ, दूध लेने को गॊशाला जाऊ |
गैया देने को तेयार बछड़ा करता है इनकार महादेवा |
भोले कैसे करूं मैं तेरी सेवा, शम्भू कैसे करूं मैं तेरी सेवा, |
दिल करता है फूल मैं चडाऊ, फूल लेने को बागो में जाऊ |
फूल आने को तेयार भंवरा करता है इनकार महादेवा |
भोले कैसे करूं मैं तेरी सेवा, शम्भू कैसे करूं मैं तेरी सेवा, |
दिल करता है फल मैं चडाऊ, फल लेने को बागो में जाऊ |
फल आने को तेयार तोता करता है इनकार महादेवा |
भोले कैसे करूं मैं तेरी सेवा, शम्भू कैसे करूं मैं तेरी सेवा, |
Thursday, 27 March 2014
jaidevmahadev
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